मस्अला:- अगर सजदा की जगह पांव की जगह से चार गिरह से ज़यादा उंची हो तो सिरे से (प्रारम्भ-Origin) नमाज़ ही नहीं होगी और अगर चार (4) गिरह या कम (Less) बुलन्दी मुम्ताज़ (विशिष्ट-Eminent) हुई, तो नमाज़ कराहत से खाली नहीं।

या'नी पांव रखने की जगह से सजदा करने की जगह एक (1) बालिश्त (बेंत/Span) भर उंची हो, तो नमाज ही नहीं होगी।

#(दुर्रे मुख्तार; फतावा रिज़वीया जिल्द-3 सफ़ा-42/438)


नोट :-

◆एक गिरह = तीन (3) ऊंगल चौड़ाई (Wide)


(फीरोजुललुगात, सफ़ा-1093)


◆तीन ऊंगल चौड़ाई = दो ईंच (Inch)

◆चार गिरह = बारह (12) ऊंगल = आठ (8) इंच = एक बालिश्त (बेंत)

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🖌️पोस्ट क्रेडिट ~ शाकिर अली बरेलवी रज़वी  अह्-लिया मोहतरमा

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