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♥️ हदीस : हजरत अबु हुरैरा (रजीअल्लाहु अन्हु) से रिवायत है की
हुजुर ए पाक (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम) ने फरमाया--
❝ जब रमजान आता है, 'आसमान के दरवाजे खोल दिये जाते हैं'
एक रिवायत मे है की 'जन्नत के दरवाजे खोल दिये जाते हैं',
एक रिवायत मे है की 'रहमत के दरवाजे खोल दिये जाते हैं'।❞
📕»» बुखारी शरिफ, मुस्लिम शरिफ
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🖌️पोस्ट क्रेडिट ~ मुहम्मद अरमान ग़ौस
🔴इस उनवान के दीगर पार्ट के लिए क्लिक करिये ⬇
https://MjrMsg.blogspot.com/p/ramzan.html
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हुजुर ए पाक (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम) ने फरमाया--
❝ जब रमजान आता है, 'आसमान के दरवाजे खोल दिये जाते हैं'
एक रिवायत मे है की 'जन्नत के दरवाजे खोल दिये जाते हैं',
एक रिवायत मे है की 'रहमत के दरवाजे खोल दिये जाते हैं'।❞
📕»» बुखारी शरिफ, मुस्लिम शरिफ
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