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♥️ हदीस : हुजुर (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम) ने फरमाया--
"माहे रमजान मे चार चिजो की कसरत करो, इनमे दो चिजें ऐसी है जिनके जरिए तुम अपने रब को राजी कर सकते हो, और दो चिजें ऐसी है जिनके बेगैर तुम्हारे लिए कोई चारह नही।
वह दो चिजे जिनके जरिए तुम अपने रब को राजी कर सकते हो, ओ ये है कलमाये तैय्याबा-- ला इलाह इलल्लाहु मुहम्मदुर रसुलल्लाह का विर्द करना और अल्लाह तआला से मग्फिरत तलब करना।
अब रही वह दो चिजें जिनके बेगैर तुम्हारे लिए कोई चारह नही, वह यह है, तुम अल्लाह से जन्नत का सवाल
करते रहो और दोजख के अजाब से अल्लाह की पनाह मांगो।"
📕»» बैहाकी:3255
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🖌️पोस्ट क्रेडिट ~ मुहम्मद अरमान ग़ौस
🔴इस उनवान के दीगर पार्ट के लिए क्लिक करिये ⬇
https://MjrMsg.blogspot.com/p/ramzan.html
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वह दो चिजे जिनके जरिए तुम अपने रब को राजी कर सकते हो, ओ ये है कलमाये तैय्याबा-- ला इलाह इलल्लाहु मुहम्मदुर रसुलल्लाह का विर्द करना और अल्लाह तआला से मग्फिरत तलब करना।
अब रही वह दो चिजें जिनके बेगैर तुम्हारे लिए कोई चारह नही, वह यह है, तुम अल्लाह से जन्नत का सवाल
करते रहो और दोजख के अजाब से अल्लाह की पनाह मांगो।"
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