♥हदीस : नवास इब्ने सामआन (रजी अल्लाहु तआला अन्हु) से रिवायत है कि,
मैंने रसुलल्लाह (सल्लल्लाहु तआला अलैही वसल्लम) से पुछा -
"नेकी और बुराई क्या है..??"
आप (सल्लल्लाहु तआला अलैही वसल्लम) ने फरमाया -
"नेकी खुश अख्लाकी है और बुराई ऐसा काम करना है जो तेरे दिल मे खटके और तुझे ओ पसंद न हो के लोग उसे जाने ।"
📚 मुस्लिम शरिफ, सहीह बुखारी, बाब किताब ऊल इमान, पार्ट-1, पेज-85
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🖌️पोस्ट क्रेडिट ~ मुहम्मद अरमान ग़ौस
*🔴और भी हिंदी हदीस-ए-पाक पढ़ने के लिए क्लिक करिये ⬇*
http://www.MjrMsg.blogspot.com/p/hindi-hadees.html
मैंने रसुलल्लाह (सल्लल्लाहु तआला अलैही वसल्लम) से पुछा -
"नेकी और बुराई क्या है..??"
आप (सल्लल्लाहु तआला अलैही वसल्लम) ने फरमाया -
"नेकी खुश अख्लाकी है और बुराई ऐसा काम करना है जो तेरे दिल मे खटके और तुझे ओ पसंद न हो के लोग उसे जाने ।"
📚 मुस्लिम शरिफ, सहीह बुखारी, बाब किताब ऊल इमान, पार्ट-1, पेज-85
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