♥हदीस : अबु उमामा बाहीली (रजी अल्लाहु तआला अन्हु) से रिवायत है उन्होंने फरमाया की,
रसुलल्लाह (सल्लल्लाहु तआला अलैही वसल्लम) के सामने दो (2) आदमीयों का चर्चा (जिक्र) किया गया,
एक उनमे से इबादत करने वाला (आबीद) था और दुसरा आलीम,
तो रसुलल्लाह (सल्लल्लाहु तआला अलैही वसल्लम) ने फरमाया की-
"इबादत करने वाले पर आलीम की बढ़ाई ऐसी है जैसे की मेरी बढ़ाई तुम्हारे मामुली आदमी पर,
फिर रसुलल्लाह (सल्लल्लाहु तआला अलैही वसल्लम) ने फरमाया की-
"लोगो को भलाई सिखाने वाले पर अल्लाह तआला रहमत नाजील फरमाता है और उसके फरिश्ते और जमीन
और आसमान मे रहने वाले यहां तक की चिटीयां अपनी बिलो मे और मछलियां पानी मे उसके लिए भलाई की दुआ करते है.
📚 तिर्मीजी शरिफ
--------------------------------------------------------
🖌️पोस्ट क्रेडिट ~ मुहम्मद अरमान ग़ौस
🔴और भी हिंदी हदीस-ए-पाक पढ़ने के लिए क्लिक करिये ⬇
http://www.MjrMsg.blogspot.com/p/hindi-hadees.html
रसुलल्लाह (सल्लल्लाहु तआला अलैही वसल्लम) के सामने दो (2) आदमीयों का चर्चा (जिक्र) किया गया,
एक उनमे से इबादत करने वाला (आबीद) था और दुसरा आलीम,
तो रसुलल्लाह (सल्लल्लाहु तआला अलैही वसल्लम) ने फरमाया की-
"इबादत करने वाले पर आलीम की बढ़ाई ऐसी है जैसे की मेरी बढ़ाई तुम्हारे मामुली आदमी पर,
फिर रसुलल्लाह (सल्लल्लाहु तआला अलैही वसल्लम) ने फरमाया की-
"लोगो को भलाई सिखाने वाले पर अल्लाह तआला रहमत नाजील फरमाता है और उसके फरिश्ते और जमीन
और आसमान मे रहने वाले यहां तक की चिटीयां अपनी बिलो मे और मछलियां पानी मे उसके लिए भलाई की दुआ करते है.
📚 तिर्मीजी शरिफ
--------------------------------------------------------
🖌️पोस्ट क्रेडिट ~ मुहम्मद अरमान ग़ौस
🔴और भी हिंदी हदीस-ए-पाक पढ़ने के लिए क्लिक करिये ⬇
http://www.MjrMsg.blogspot.com/p/hindi-hadees.html