पोस्ट- 65 | ✅ सच्ची हिकायत ✅
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〽️ एक आराबी अपनी आस्तीन मे कुछ छुपाये हुए हुजुर (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम) की खिदमत मे हाजीर हुआ और कहने लगा ऐ मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम)! अगर आप बता दे कि मेरी आस्तीन के अंदर क्या है? तो मैं मान लुंगा की वकाई आप सच्चा नबी हैं । हुजुर ने फरमाया वकाई ईमान ले आओगे? उसने कहा: हां वकाई ईमान ले आऊंगा।
फरमाया : तो सुनो, तुम एक जंगल से गुजर रहे थे। तुमने एक दरख्त देखा जिस पर कबुतर का एक घोंसला था। उस घोंसले में कबुतर के दो बच्चे थे। तुमने इन दोनो बच्चे को पकड़ लिया। बच्चो की मां ने जब देखा तो वह मां अपने बच्चो पर गीरी तो तुमने उसे भी पकड़ लिया। वह दोनो बच्चे और उसकी मां इस वक्त भी तुम्हारे पास हैं और इस आस्तीन के अंदर हैं।
आराबी यह सुनकर हैरान रह गया और झट पुकार उठा-- अशहदु अल-ला-इला ह इल्लल्लाह व अशहदु अन न क रसुलुल्लाह ।
📕जामिउल मुजिजात, सफा-21
🌹सबक ~
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हमारे हुजुर (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम) से कोई चीज पिन्हा न थी। एक आराबी भी इस हकीकत को जानता था
की जो नबी हो वह गैब जान लेता है।
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🖌️पोस्ट क्रेडिट ~ मुहम्मद अरमान ग़ौस
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