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हुज़ूरﷺ और आपके खानदान के बायकाट ख़त्म होने के बाद नबुव्वत के दसवें साल अबु तालिब का इन्तेकाल हो गया, इसके कुछ दिनों के बाद हज़रत खदीज़ा का भी विसाल हो गया।
अबु तालिब के इन्तेकाल के बाद कुरैश ने जुल्म व सितम की सारी हदें पार कर दीं। आप तबलीग़ के इरादे से “ताएफ" तशरीफ़ ले गये वहां भी आपको सताया गया यहां तक कि आपकी जूतियां और मोज़े खून से भर गये।
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🖌️पोस्ट क्रेडिट ~ शाकिर अली बरेलवी रज़वी व अह्-लिया मोहतरमा
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अबु तालिब के इन्तेकाल के बाद कुरैश ने जुल्म व सितम की सारी हदें पार कर दीं। आप तबलीग़ के इरादे से “ताएफ" तशरीफ़ ले गये वहां भी आपको सताया गया यहां तक कि आपकी जूतियां और मोज़े खून से भर गये।
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