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अल्लाह तआला ने अपने सभी नबियों व रसूलों को मोजिज़े (वह ख़िलाफ़े आदत काम जो नबी से जाहिर हो) अता फरमायें लेकिन सबसे ज्यादा जाहिर और रोशन मोजिज़े हमारे नबीﷺ को अता किये। उन में से कुछ मोजिज़े पेश किये जाते हैं-
▫️एक बार मक्का के मुश्रिकों ने आप से चाँद के दो टुकड़े करने को कहा, आपने फरमाया कि अगर मैं ऐसा कर दूं तो तुम ईमान ले आओगे? उन्होने इकरार कर लिया। हुज़ूरﷺ ने इशारा फरमाया, चाँद के दो टुकड़े हो गये एक टुकड़ा पहाड़ के एक तरफ और दूसरा पहाड़ के दामन में आ गया।
▪️एक आराबी (अरब के देहाती) को आपने इस्लाम पेश किया, उसने निशानी तलब की आपने फरमाया कि अगर मैं उस खजूर के गुच्छे को बुला लूं तो तुम मुसलमान हो जाओगे? उसने इकरार कर लिया, आपने उस गुच्छे को बुलाया तो वह पेड़ से उतरने लगा और जमीन पर गिर पड़ा फिर उछलते हुये, आपकी बारगाह में हाजिर हो गया। आपने उसको इशारा किया वह फिर अपनी जगह लौट गया। यह देखकर वह फौरन मुसलमान हो गया।
▫️एक सहाबी हज़रत क़तादा की आँख जंग में ज़ख़्मी हो गयी और बाहर निकल आयी। वह आपकी बारगाह में हाज़िर हुये। आपने आँख का ढेला पकड़ कर उसकी जगह रख दिया, वह आँख बिल्कुल सही हो गयी, बल्कि
पहली आँख से भी ज्यादा खूबसूरत और तेज़ हो गयी।
▪️जंगे बद्र में एक सहाबी का हाथ अबु जहल ने काट दिया, वह कटा हुआ हाथ लेकर आकाﷺ की बारगाह में हाज़िर हुये, आपने उनका हाथ असल जगह पर लगाकर अपना लुआबे दहन लगा दिया वह पहले की तरह जुड़ गया और बिल्कुल सही हो गया।
▫️एक जंग में हज़रत एकाशा की तलवार टूट गयी, वह आपकी बारगाह में हाज़िर हुये, आपने उन्हें एक लकड़ी दी वह लकड़ी खूब चमकदार, लम्बी और मज़बूत तलवार बन गयी जिससे आप हज़रत सिद्दीके अकबर के ज़माने तक लड़ते रहे।
▪️एक सहाबी के सर पर आपने अपना हाथ मुबारक फेर दिया जिसकी बरकत से 80 साल तक उनके बाल सफेद न हुये।
▫️हज़रत अनस फरमाते हैं कि एक औरत का बेटा मर गया, लोगों ने उसके कफ़न दफ़न की तैयारी शुरू कर दी, वह औरत हुज़ूरﷺ की बारगाह में हाज़िर हुई अर्ज किया मुझे बुत परस्तों के सामने शर्मिन्दा न करें, मैं इस मुसीबत को बर्दाश्त नहीं कर सकती। हज़रत अनस फ़रमाते हैं कि ख़ुदा की कसम उसकी बात अभी पूरी भी न हुई थी कि लड़के के पाँव हिलने लगे और उसने अपने चेहरे से कपड़ा हटा दिया।
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🖌️पोस्ट क्रेडिट ~ शाकिर अली बरेलवी रज़वी व अह्-लिया मोहतरमा
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https://MjrMsg.blogspot.com/p/chand.html
अल्लाह तआला ने अपने सभी नबियों व रसूलों को मोजिज़े (वह ख़िलाफ़े आदत काम जो नबी से जाहिर हो) अता फरमायें लेकिन सबसे ज्यादा जाहिर और रोशन मोजिज़े हमारे नबीﷺ को अता किये। उन में से कुछ मोजिज़े पेश किये जाते हैं-
▫️एक बार मक्का के मुश्रिकों ने आप से चाँद के दो टुकड़े करने को कहा, आपने फरमाया कि अगर मैं ऐसा कर दूं तो तुम ईमान ले आओगे? उन्होने इकरार कर लिया। हुज़ूरﷺ ने इशारा फरमाया, चाँद के दो टुकड़े हो गये एक टुकड़ा पहाड़ के एक तरफ और दूसरा पहाड़ के दामन में आ गया।
▪️एक आराबी (अरब के देहाती) को आपने इस्लाम पेश किया, उसने निशानी तलब की आपने फरमाया कि अगर मैं उस खजूर के गुच्छे को बुला लूं तो तुम मुसलमान हो जाओगे? उसने इकरार कर लिया, आपने उस गुच्छे को बुलाया तो वह पेड़ से उतरने लगा और जमीन पर गिर पड़ा फिर उछलते हुये, आपकी बारगाह में हाजिर हो गया। आपने उसको इशारा किया वह फिर अपनी जगह लौट गया। यह देखकर वह फौरन मुसलमान हो गया।
▫️एक सहाबी हज़रत क़तादा की आँख जंग में ज़ख़्मी हो गयी और बाहर निकल आयी। वह आपकी बारगाह में हाज़िर हुये। आपने आँख का ढेला पकड़ कर उसकी जगह रख दिया, वह आँख बिल्कुल सही हो गयी, बल्कि
पहली आँख से भी ज्यादा खूबसूरत और तेज़ हो गयी।
▪️जंगे बद्र में एक सहाबी का हाथ अबु जहल ने काट दिया, वह कटा हुआ हाथ लेकर आकाﷺ की बारगाह में हाज़िर हुये, आपने उनका हाथ असल जगह पर लगाकर अपना लुआबे दहन लगा दिया वह पहले की तरह जुड़ गया और बिल्कुल सही हो गया।
▫️एक जंग में हज़रत एकाशा की तलवार टूट गयी, वह आपकी बारगाह में हाज़िर हुये, आपने उन्हें एक लकड़ी दी वह लकड़ी खूब चमकदार, लम्बी और मज़बूत तलवार बन गयी जिससे आप हज़रत सिद्दीके अकबर के ज़माने तक लड़ते रहे।
▪️एक सहाबी के सर पर आपने अपना हाथ मुबारक फेर दिया जिसकी बरकत से 80 साल तक उनके बाल सफेद न हुये।
▫️हज़रत अनस फरमाते हैं कि एक औरत का बेटा मर गया, लोगों ने उसके कफ़न दफ़न की तैयारी शुरू कर दी, वह औरत हुज़ूरﷺ की बारगाह में हाज़िर हुई अर्ज किया मुझे बुत परस्तों के सामने शर्मिन्दा न करें, मैं इस मुसीबत को बर्दाश्त नहीं कर सकती। हज़रत अनस फ़रमाते हैं कि ख़ुदा की कसम उसकी बात अभी पूरी भी न हुई थी कि लड़के के पाँव हिलने लगे और उसने अपने चेहरे से कपड़ा हटा दिया।
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