-------------------------------------------------------
जब आपने जवानी की मंज़िल में कदम रखा तो उन तमाम बुरे कामों से दूर रहे जो आम तौर से नौजावानों में पाये जाते हैं। सच्चाई, अमानत, दयानत और तमाम अच्छी बातें और बेहतरीन आदतें आपके अन्दर पायी जाती थीं। नौजवान आपको खेल कूद की तरफ बुलाते लेकिन आप उनके साथ कभी न जाते। कुरैश आपकी सच्चाई और अमानत को मानते थे। तिजारत (व्यापार) में आप अपना मामला बहुत साफ रखते झूठ कभी न बोलते हमेशा सच बोलते। इसी लिये लोग आपको "सादिक" यानि सच्चा और "अमीन" यानि अमानतदार कहने लगे।
मक्का की एक खातून हज़रत खदीजा बहुत मालदार और बहुत ही शरीफ और पाक दामन ख़ातून थीं उनकी दरख्वास्त पर आपने तिजारत के इरादे से मुल्के शाम (सीरिया) का दूसरा सफर किया और बहुत जल्द सारा सामान बेच कर मक्का वापस आ गये। आपकी अच्छी बातें और बेहतरीन आदतों को देखकर हज़रत खदीजा ने आपके पास निकाह का पैगाम भेजा आपने मंजूर कर लिया और हज़रत ख़दीजा का निकाह आपसे हो गया उस
वक्त आपकी उम्र शरीफ लगभग 25 वर्ष थी।
-------------------------------------------------------
🖌️पोस्ट क्रेडिट ~ शाकिर अली बरेलवी रज़वी व अह्-लिया मोहतरमा
📌 इस किताब के दूसरे पोस्ट पढ़ने के लिए क्लिक करिये ⬇
https://MjrMsg.blogspot.com/p/chand.html
जब आपने जवानी की मंज़िल में कदम रखा तो उन तमाम बुरे कामों से दूर रहे जो आम तौर से नौजावानों में पाये जाते हैं। सच्चाई, अमानत, दयानत और तमाम अच्छी बातें और बेहतरीन आदतें आपके अन्दर पायी जाती थीं। नौजवान आपको खेल कूद की तरफ बुलाते लेकिन आप उनके साथ कभी न जाते। कुरैश आपकी सच्चाई और अमानत को मानते थे। तिजारत (व्यापार) में आप अपना मामला बहुत साफ रखते झूठ कभी न बोलते हमेशा सच बोलते। इसी लिये लोग आपको "सादिक" यानि सच्चा और "अमीन" यानि अमानतदार कहने लगे।
मक्का की एक खातून हज़रत खदीजा बहुत मालदार और बहुत ही शरीफ और पाक दामन ख़ातून थीं उनकी दरख्वास्त पर आपने तिजारत के इरादे से मुल्के शाम (सीरिया) का दूसरा सफर किया और बहुत जल्द सारा सामान बेच कर मक्का वापस आ गये। आपकी अच्छी बातें और बेहतरीन आदतों को देखकर हज़रत खदीजा ने आपके पास निकाह का पैगाम भेजा आपने मंजूर कर लिया और हज़रत ख़दीजा का निकाह आपसे हो गया उस
वक्त आपकी उम्र शरीफ लगभग 25 वर्ष थी।
-------------------------------------------------------
🖌️पोस्ट क्रेडिट ~ शाकिर अली बरेलवी रज़वी व अह्-लिया मोहतरमा
📌 इस किताब के दूसरे पोस्ट पढ़ने के लिए क्लिक करिये ⬇
https://MjrMsg.blogspot.com/p/chand.html