मस्अला:- अल्लाह-तबारक-व-तआला का नामे-जात 'अल्लाह' या दूसरा कोई सिफाती नाम सुनकर 'जल्ला-जलालहू' कहा, या हुजूरे-अकदस सरकारे-दोआलम सल्लल्लाहु तआला अलैही वसल्लम का मुबारक नाम सुनकर 'सल्लल्लाहो तआला अलैहे वसल्लम' कहा तो नमाज़ फासिद हो जाएगी।
#(दुर्रे-मुख़्तार; रद्दुल मोहतार; बहारे-शरीअत हिस्सा-3 सफ़ा-150; फतावा रिज़वीया जिल्द-3 सफ़ा-449)
नमाज़ की हालत में ज़बान पर 'नअम' (Yes), या 'अरे' या 'हाँ' जारी हो गया, तो नमाज़ फासिद हो गई।
#(दुर्रे मुख़्तार)
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🖌️पोस्ट क्रेडिट ~ शाकिर अली बरेलवी रज़वी व अह्-लिया मोहतरमा
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