🌀 पोस्ट- 38 | ✅ सच्ची हिकायत ✅
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〽️ हजरत इब्राहीम बिन अदहम रहमतुल्लाह अलैह एक रास्ते से गुजर रहे थे। आपने एक शराबी को देखा जो शराब के नशे मे राह मे गिरा हुआ था। बेहोशी के आलम मे अपनी जुबान से बहुत बकवास कर रहा था।
हजरत इब्राहीम उनके पास ठहर गए और फरमाया: यह जुबान तो जिक्र हक के लिए थी। इसे कौन सी आफत पहुंची की यह ऐसे बकवास कर रहा है।
फिर आपने पानी मंगवाया और उसका मुंह और उसकी जुबान धोने लगे और धोकर आगे तशरीफ़ ले गये।
शराबी होश मे आया तो लोगो ने उसे यह सारा किस्सा सुनाया। शराबी यह सुनकर हजरत इब्राहीम अदहम मेरा मुंह और जुबान धो गये है। रोया और कहने लगा, इलाही! तेरे मकबुल बन्दे की शर्म खाकर मै सच्चे दिल से तौबा करता हुं। तु अपने मकबुल बन्दे के तुफैल मुझे बख्श दे।
☆रात को इब्राहीम ने ख्वाब मे देखा कि कोई कहने वाला कह रहा है कि ऐ इब्राहीम! तुने उस शराबी की हमारे
खातीर मुंह धोया। हमने तुम्हारे खातीर उसका दिल धोया।
📜 रौजुर्रियहीन सफा-117
🌹 सबक ~
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अल्लाह के मकबुल बन्दो की कुरबत व मर्इयत से इंसान की काया पलट जाती है और अल्लाह की रहमत से सब गुनाह धुल जाते है, आकबत अच्छी हो जाती है।
फिर जो लोग यह कहें की उन वलियों के पास क्या पड़ा है और उनके पास जाने से क्या फायदा?? वह बदनसीब और बदबख्त है या नही
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🖌️पोस्ट क्रेडिट ~ मुहम्मद अरमान ग़ौस
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