🌀पोस्ट- 90,    ✅ सच्ची हिकायत
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〽️खलीफा हारुन रशीद के बेटे मामुन रशीद के दौर में एक मुजरिम शहर से भाग गया। खलीफा ने उसके भाई को पकड़ कर मंगाया और कहा की अपने भाई को हाजीर करो वरना तुम कत्ल कर दिये जाओगे। उसने अर्ज किया कि ऐ खलीफा! अगर तुम्हारा मातेहत हाकीम किसी को कत्ल करना चाहे और तु हुक्म दे की इसे छोड़ दे तो वह छोड़ेगा या नही??

मामुन रशीद ने कहा : हां छोड़ेगा। अब मैं तुम्हारे सामने उस सबसे बड़ा बादशाह का हुक्म पेश करता हुँ, जिसकी इनायत से तु हाकीम बना है की मुझे रिहा कर दे। मामुन रशीद ने कहा वह हुक्म मुझे सुनाओ। कहा वह
अल्लाह तआला का यह इरशाद है की किसी को दुसरे के गुनाह के बदले न पकड़ो।

मामुन रशीद ने यह सुनकर बड़ा मुतअस्सीर हुआ। रोते हुए हूक्म दिया की इसे छोड़ दो इसने महकम और अटल हुक्म पेश कर दिया है।

📕»» तालीमुल अखलाक सफा-483


🌹सबक ~
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बड़े से बड़ा हाकीम भी हो तो उसे कलामे पाक के हुक्म के सामने सर झुका देना चाहिये।

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🖌️पोस्ट क्रेडिट ~ मुहम्मद अरमान ग़ौस

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