हदीस : रसुलल्लाह (सलल्लल्लाहु अलैही वसल्लम) फरमाते हैं-

"बन्दा एक (1) बात जुबान से निकलता है और उसके मुतल्लिक सोचता नही (के कितनी कुफ्र और बे-अदबी की बात है,)

जिसकी वजह से ओ दोजख के घेरे मे इतनी दुर गीर पड़ता है जितना मशरिक से मगरिब दुर है।"

📚 बुखारी: 81 किताब-उल-रकाक: 23 बाब हिफ्ज अलसान

अस्तगफिरुल्लाह__!

♥अल्लाह हम सबको बचाये बे-अदबी और जहालत के कामो से...


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🖌️पोस्ट क्रेडिट ~ मुहम्मद अरमान ग़ौस

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