♥  हदीस : अब्दुल्लाह बिन उमर (रजी अल्लाहु अन्हु) से रिवायत है कि,

रसुलल्लाह (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम) की दुआ ये थी,

 दुआ : اللهم إني اعوذ من زوال نعمتك وتحول عافيتك وفجأة نقمتك ، وجميع سخطك

"अल्लाहुमा इन्नी आऊजुबिका मीन जवाली निमतीका वा तहव्वुली अफयातीका,
वा फुजाती निकमातीका,
वा जमीअ सखातीका"

📌तर्जमा : "या अल्लाह मै पनाह मांगता हुं तेरी नेअमत के जवाल से,

और तेरी दी हुई आफीयात और सेहत के पलट जाने से,

और तेरे नागहानी अजाब से, और सब तेरे गजब (गुस्से) वाले कामों से"


📚 सहीह मुस्लिम, वो-6, 6943, सुनन अबु दाऊद, वो-1, 1532

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🖌️पोस्ट क्रेडिट ~ मुहम्मद अरमान ग़ौस

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