मौलाना- ननौतवी साहेब का खुदाई तसर्रुफ़:-

अब एक नया तमाशा और मुलाहेज़ा फरमाईये। कारी तैय्यब साहेब की इस रवायत पर देवभन्दी मज़हब के पेशवा मौलवी अशरफ़ अली साहेब थानवी ने अपना एक नया हाशिया चढ़ाया है जिस में ब्यान करदा वाकेआ की तौसीक़ ( पुष्टि) करते हुए मौसूफ़ ने तहरीर किया है:-

यह वाकिआ रुह का तमस्सुल था और इस की दो सूरते हो सकती हैं। एक यह कि जसद मिसाली था मगर मुशाबा जसदे उंसुरी के। दूसरी सूरत यह कि रुह ने खुद उनासिर में तसर्रुफ़ करके जसदे उंसूरी तैयार
कर लिया ।

#( अर्वाह सलासा;सफा:243)

📕 ज़लज़ला, सफ़हा न०-24

🖌️पोस्ट क्रेडिट ~ एस-अली।औवैसी

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