🕌 एक और इब्रत नाक कहानी 🕋
बहस के ख़ात्मे पर इस सिलसिले की एक इब्रतनाक कहानी और सुन लीजिए ताकि हुस्ने ज़न की हुज्जत भी तमाम हो जाए।
हिन्दुस्तान के अन्दर वफ़ात याफ़्ता बुजुर्गों में सुल्तानुल औलिया हज़रत ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ रज़िअल्लाहु तआला अन्हु की अज़मते खुदा दाद और उनकी रुहानियत का फ़ैज़ाने आम आठ सौ बरस की तारीख़ का एक जाना पहचाना वाकिआ है,
लेकिन जज़बए दिल की सितम ज़रीफ़ी मुलाहेज़ा फ़रमाईये कि देवबन्दी जमाअत के मज़हबी पेशवा मौलवी अशरफ़ अली थानवी ने सरकारे ख़्वाजा के संगेदर ( आस्ताने) का रिश्ता बुत ख़ाने की दहलीज़ ( मंदिर की चौखट ) के साथ जोङ दिया है जैसा कि थानवी साहेब के मलफूज़ात का मुरत्तिब उनकी मज्लिस का हाल बयान करते हुए खुद उनका यह मुंह बोला ब्यान नकल करता है कि:-
एक अंग्रेज़ ने लिखा है कि हिन्दुस्तान में सब से ज़्यादा हैरत अंग्रेज़ बात मैं ने देखी कि अजमेर में एक मुर्दा को देखा कि अजमेर में पङा हुआ सारे हिन्दुस्तान पर सल्तनत कर रहा है।
#कमालाते अश्रफ़िया, सफा- 252
📕 ज़लज़ला, सफ़हा न०-36, 37
🖌️पोस्ट क्रेडिट ~ एस-अली।औवैसी
🔴इस पोस्ट के दीगर पार्ट के लिए क्लिक करिये ⬇
https://MjrMsg.blogspot.com/p/zalzala.html
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हिन्दुस्तान के अन्दर वफ़ात याफ़्ता बुजुर्गों में सुल्तानुल औलिया हज़रत ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ रज़िअल्लाहु तआला अन्हु की अज़मते खुदा दाद और उनकी रुहानियत का फ़ैज़ाने आम आठ सौ बरस की तारीख़ का एक जाना पहचाना वाकिआ है,
लेकिन जज़बए दिल की सितम ज़रीफ़ी मुलाहेज़ा फ़रमाईये कि देवबन्दी जमाअत के मज़हबी पेशवा मौलवी अशरफ़ अली थानवी ने सरकारे ख़्वाजा के संगेदर ( आस्ताने) का रिश्ता बुत ख़ाने की दहलीज़ ( मंदिर की चौखट ) के साथ जोङ दिया है जैसा कि थानवी साहेब के मलफूज़ात का मुरत्तिब उनकी मज्लिस का हाल बयान करते हुए खुद उनका यह मुंह बोला ब्यान नकल करता है कि:-
एक अंग्रेज़ ने लिखा है कि हिन्दुस्तान में सब से ज़्यादा हैरत अंग्रेज़ बात मैं ने देखी कि अजमेर में एक मुर्दा को देखा कि अजमेर में पङा हुआ सारे हिन्दुस्तान पर सल्तनत कर रहा है।
#कमालाते अश्रफ़िया, सफा- 252
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